Pregnancy: बेंजोडायजेपाइन के इस्तेमाल से गर्भावस्था में बढ़ सकता है गर्भपात का खतरा, शोधकर्ताओं ने किया आगाह

 

Pregnancy: दुनिया के करोड़ों लोग अनिद्रा, चिंता, घबराहट के दौरे रोकने के लिए बेंजोडायजेपाइन का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इसका उपयोग गर्भवती महिला करे, तो गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है। ताइवान के नेशनल विवि के शोधकर्ताओं ने जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (जामा) साइकेट्री में प्रकाशित शोध में इसका दावा किया है। शोधकर्ताओं ने ताइवान में एक राष्ट्रव्यापी, जनसंख्या आधारित केस-टाइम-कंट्रोल अध्ययन में गर्भावस्था के दौरान बेंजोडायजेपाइन के उपयोग से जुड़े गर्भपात के जोखिम का पता लगाया है। 2004 से 2018 के दौरान हुए गर्भपात झेलने वाली महिलाओं को अध्ययन में शामिल किया गया, साथ ही 1:1 में एक नियंत्रित समूह को भी परखा गया। अध्ययन के दौरान 19,57,601 महिलाओं ने 30,67,122 लाख गर्भधारण किए। इनमें से 4.4 फीसदी गर्भपात हुए। गर्भपात के आंकड़ों में उन महिलाओं को शामिल किया गया, जिनको गर्भधारण किए हुए 8 सप्ताह से अधिक हो गया था।

शोधकर्ताओं ने पाया कि गर्भावस्था के दौरान बेंजोडायजेपाइन के उपयोग से गर्भपात का खतरा बढ़ गया था। शोधकर्ताओं का कहना है कि गर्भवती महिलाओं, आकांक्षी माताओं और स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों के लिए इस शोध के नतीजे काफी अहम हैं। इनके आधार पर गर्भावस्था के दौरान मनोरोग और नींद संबंधी विकारों के इलाज के लिए बेंजोडायजेपाइन के उपयोग पर विचार करते समय अब जोखिम-लाभ अनुपात को सावधानीपूर्वक संतुलित करने की जरूरत है। इसके साथ ही शोधकर्ताओं ने पूर्व में हुए शोधों के हवाले से बताया कि गर्भावस्था में बेंजोडायजेपाइन के लगातार उपयोग से भ्रूण में विकृतियां आ जाती हैं। अगर किसी तरह बच्चे का जन्म भी हो जाए, तो शारीरिक व मानसिक क्षमताओं के लिहाज से जीवनपर्यंत संघर्ष करना पड़ सकता है।

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